दौसा जिले में घूमने के लिए बेस्ट पर्यटन स्थल Best Tourist Place in Dausa for Picnic
नमस्कार। दोस्तों आज हम बात करने वाले है दौसा जिले में घूमने के लिए बेस्ट पर्यटन स्थलो की और दौसा के इतिहास के बारे में। दौसा जिला हमारे देश की राजधानी दिल्ली से लगभग 250 km दुर दक्षिण दिशा में स्थित है।
जो की राजस्थान का राजधानी जयपुर के पूर्व में लगभग 50 km की दुरी पर स्थित है। शायद आपको पता हो की हमारा तिरंगा भी सर्वप्रथम दौसा जिले के आलूदा ग्राम में ही बना था। जो की दौसा से लगभग 10 km की दुरी पर स्थित है
दोस्तों दौसा जिले की स्थापना 10 अप्रैल 1991 में हुयी थी। जो की जयपुर की 4 तहसीलों को अलग करके बनाया गया था। जिनमे दौसा, लालसोट, बसवा और सिकराय तहसीले थी। कछवाहा राजपूतो की पहली राजधानी दौसा ही थी।
दौसा जिले के बेस्ट पर्यटन स्थल Tourist Place in Dausa
मेंहंदीपुर बालाजी
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर दौसा से पूर्व की और लगभग 45 km की दुरी पर दो पहाड़ो के बीच में स्थित है मेहंदी पुर बालाजी मंदिर विश्व प्रसिद्ध मंदिर है। यहाँ पर दूर-दूर से यात्री आते है। कहते है यहाँ पर आने से ऊपरी साया, बुरी आत्मा आदि से छुटकारा मिल जाता है। मगर घूमने की दृस्टि से मेहंदीपुर बालाजी के आसपास का बहुत ही सुन्दर नजारा है। और मंदिर में बहुत सी ऐसी चीज़ है जो रहस्यमयी है। यहाँ पर लोग बुरी आत्मा से साये से पीछा छुड़ाने के लिए आते है जिनकी आप शाम के समय देख सकते है
झांझीरामपुरा
झाझीरामपुरा गांव दौसा जिले में स्थित है जो की दौसा जिले में आस्था का प्रमख केंद्र है। यह दौसा जिले के बांदीकुई से लगभग 18 km दूर है। यहाँ पर हर वर्ष मेला लगता है जो की श्रावण मास में लगता है मेले बहुत भीड़ लगती है घूमने के लिए best स्थानों में से एक है यहाँ पर मुख्य मंदिर ग्यारह रूद्र महादेवजी के आलावा और भी बहुत सारे मंदिर है
भानगढ़ का किला
दोस्तों भानगढ़ का किला दौसा जिले से लगभग 30 km दूर उत्तर दिशा में स्थित है जो की आज के समय में वीरान पड़ा हुआ है। भानगढ़ एशिया के सबसे Haunted Place में से एक नंबर पर है। यहाँ के बारे में ये बात बहुत मशहूर है की यहाँ पर रत में बुरी आत्माऐ भटकती रहती है। यहाँ पर शाम 5 बजे के बाद Entry नहीं होती। और इसमें पर्यटन विभाग का ऑफिस भी बाहर बना हुआ है यहाँ बॉलीवुड मूवीज की शूटिंग भी होती है। बॉलीवुड सुपरहिट्स फिल्म ‘कारण अर्जुन’ के बहुत सारे सीन यहाँ पर ही शूट किये गए है।
चाँद बावड़ी आभानेरी
चाँद बावड़ी दौसा के बांदीकुई सिकंदरा के लगभग बीच में बसे हुए एक गांव आभानेरी में स्थित है। जो दौसा में पर्यटन के क्षेत्र में प्रमुख स्थान है। और घूमने की दृस्टि से भी बहुत ही अच्छा है। इसका निर्माण निकुम्भ वंश के राजा चाँद ने 8वी शताब्दी में करवाया था। इसकी सिडिया बहुत ही आकर्षक है। अंदर से चाँद बावड़ी का नज़ारा बहुत ही मनमोहक है और शिल्प कला की दृस्टि से भी बहुत अद्भुत है यहाँ के बारे में लोग ऐसा भी कहते है की आप जिन सीढ़ियों से नीचे जाओगे उन सीढ़ियों से वापस नहीं आ सकते। मतलब सीढ़ियों में भूलभुलैया है।
यहाँ पर भी बॉलीवुड की मूवीज की शूटिंग होती है। बॉलीवुड मूवी ‘भूलभुलैया’ का सांग ‘सखिया रे सखिया रे’ भी यहाँ पर ही शूट किया गया है। हालाँकि वो बाद में मूवी में नहीं लिया गया। इस गाने की पूरी शूटिंग चाँद बावड़ी के अंदर की है। यहाँ के बारे में एक और बात प्रचलित है जिसमे कहते है की एक रात मे ही इसका निर्माण हुआ था। और कहते है की पूरी बारात इसमें समा गयी थी। हर्षत माता का मंदिर भी चाँद बावड़ी के पास में ही स्थित है।
हर्षत माता का मंदिर
हर्षत माता का मंदिर भी चाँद बावड़ी के पास में ही स्थित है जिसमे हर्ष और उल्लास की देवी हर्षत माता का मंदिर है। इसका निर्माण चौहान वंश के राजा चाँद ने 8वी-9वी सदी में करवाया था। यह मंदिर वास्तुकला और स्थापत्य कला का अद्भुत नमूना है।
नीलकंठ मंदिर
नीलकंठ मंदिर दौसा जिले में ही पहाड़ी पर स्थित है।जहाँ पर हर शिवरात्रि और श्रावण मास में मेला लगता है मंदिर में जाने के लिए नीचे से ही सीढ़ियों की बहुत सुन्दर व्यवस्था है। यहाँ से आप पुरे दौसा शहर के सुन्दर नज़ारे का आनंद ले सकते हो। यहाँ पर नीलकंठ महादेव का मंदिर है।